वज्रासन लाभ

 वज्रासन:            

                                                    


वज्रासन समस्त आसनों में से एक ऐसा आसन है जिसे भोजन के उपरान्त भी किया जा सकता है! वज्रासन का शाब्दिक अर्थ है बलवान स्थिति! वज्रासन एक ऐसा आसन है जिसे सभी उम्र के व्यक्ति सुलभता से कर सकते हैं ! यह आसन दिन के किसी भी समय किया जा सकता है ! वज्रासन को पाचन तंत्र के लिए अति लाभदायक मन गया है तथा यह आसन सनायु शक्ति भी प्रदान करता है ! इस आसन को अंग्रेजी में Diamond Pose भी कहा जाता है!

विधि : 

  • समतल ज़मीन पर आसन पर आरामदायक स्थिति में बैठ जाएँ 
  • दोनों पैरों को सामने की ओर फैला लें 
  • धीरे धीरे दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर एडियो पे बैठ जाएँ 
  • मेरुधंड को सीधा रखें 
  • दोनों हाथों को बिना मोड़े घुटनों पे रखें 
  • आँखों को बंद रखें जिससे आपकी एकाग्रता बनी रहे 
  • धीरे धीरे सांस अंदर लें और बाहर छोड़े 
  • इस स्थिति को थोड़े समय के लिए बनाये रखें 
  • प्रतिदिन अभ्यास करके इस अवधि को बढ़ाते रहे 

वज्रासन के लाभ : 
  • शरीर को सुन्दर एवम सुडौल बनाने में यह आसन अति लाभदायक है 
  • वज्रासन के नियमित अभ्यास करने से शरीर का पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है तथा पाचन संबधी समस्याओ से निवारण होता है 
  • इस आसन के अभ्यास से एकाग्रता बढाने में सहायता मिलती है 
  • रीढ़ संबधी विकारों को ठीक करने में भी यह आसन अति सहायक है
  • प्रजनन प्रणाली को स्वस्थ रखने में वज्रासन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है 
  • इस आसन के नियमित अभ्यास से घुटनों के दर्द से बचा जा सकता है 
  • महिलाओं में मासिक धर्म संबधी समस्याओं को दूर करने में भी यह आसन लाभकारी है 
  • यह आसन दिन के किसी भी समय तथा किसी भी उम्र के व्यक्तिओं द्वारा किया जा सकता है 
  • उच्च रक्तचाप से निपटने में वज्रासन लाभदायक होता है 
  • पैरों, नितम्भों, कमर एवम जांघों की मास्पेशिओं को मज़बूत बनता है 

                                        


वज्रासन करने की अवधि :

वज्रासन दिन के किसी भी समय खली पेट एवम खाने के बाद भी किया जा सकता है ! शुरुआती समय में इस आसन को ३ से ५ मिनट तक सिमित रखना चाहिए ! नियमित अभ्यास से इस अवधि को १० मिनट तक एवम इससे ज्यादा भी बढाया जा सकता है !

सावधानियां :
वज्रासन का अभ्यास करते समय यदि पैरों, कमर में दर्द होने लगे तो अभ्यास को रोक देना चाहिए ! पैरों सम्बन्धी रोग में इस आसन को नही करना चाहिए !
वज्रासन का अभ्यास एक प्रशिक्षिक योग शिक्षक की देख रेख में ही करना चाहिए! 


धन्यवाद 

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